जहां भक्ती का भाव है, जहां सुंदर हर गाँव है |
जहां कड़कती धूप है, जहां शीतल सी छाँव है |
जहां बर्फ पड़ने पर जाती खूब सवारियाँ हैं,
जहां मंत्रमुग्ध करदे ने वाली पहाड़िया हैं |
जहां गंगा कहीं शांत हैं तो कहीं प्रचंड है |
बात करते हैं उस जगह की,
जो देवभूमि, उत्तराखंड है |
साल का हर सेलिब्रेशन,
हम देवताओं के साथ मनाते हैं |
सिर्फ पूजा ही नहीं करते उनकी,
हम उनके साथ नाचते गाते हैं |
कोई मिलता है तो हम, गर्व से बताते हैं |
हम देवभूमि, उत्तराखंड से आते हैं |
पांच पांडव आए यहीं पर,
महायुद्ध के बाद सुख पाए यहीं पर |
यहां मनडुऐ की रोटी और कनडाली का साग है,
5 बद्री 5 केदार और यहां 5 प्रयाग हैं |
हम dj के साथ, शादियों मंडाण भी लगाते हैं |
हम देवभूमि, उत्तराखंड से आते हैं |
जो टूरिस्ट्स के लिए जन्नत है, वहाँ घर हमारा अपना है |
लौट आए सब घर अपने, बस यही हमारा सपना है |
ट्रेकिंग जिसे सब कहते हैं,
वो हमारे लिए मॉर्निंग वॉक है |
Minimum 6 टाईम दिन में चाय पीना,
कुछ एसे हमारे शौक हैं |
5 स्टार या सिल्क नहीं, हम बाल मिठाई खाते हैं
हम देवभूमि, उत्तराखंड से आते हैं |
कब तक फंसे रहोगे इस प्रदूषण के बाज़ार में |
कुछ दिन तो गुजारो गढ़वाल, कमाओ और जॉनसार में |
बिना purifier के पानी यहां प्योर मिलता है,
हिमालय की जड़ी बुटीयों वाले पानी में,
हर disease का cure मिलता है |
प्रकृति की सुंदरता देखकर भूल नहीं पाते,
जो पल यहां बीते होते हैं |
सिर्फ़ सड़के ही टेड़ी होती है यहां की,
और लोग सीधे होते हैं |
गाने चाहे कितने आयें,
हम bedu pako bara masa ज़रूर बजाते हैं
हम देवभूमि, उत्तराखंड से आते हैं |
-Written By Milind Panwar
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