Kucch To Log Kahenge


आप स्टूडेंट हो, आप artist हो, मेहनत की नौकरि करते हो या कुछ नया करना चाहते हो जिंदगी में |
रास्ते में मुश्किलें बहुत आएँगी | उन मुश्किलों में से एक मुसीबत का नाम है "Log Kya Kahenge"  और इसी पर ये मेरी कविता है शुरू होती है |

बेटा तुम BTech कर रहे हो, 
पता है इसमे कोई Scope नहीं है |
तो uncle आपका बेटा BA कर रहा है, 
वो भी तो कोई तोप नहीं है |

अपना बेटा नंबर लाए, 
तो topper का tag लगा देंगे |
दूसरा कोई top करे, 
तो रट्टा मारता है बता देंगे |

Crop top कितना exposing है, 
लगता कितना बेकार है |
तो aunty वही 4 चार inch की exposing, 
आपको साड़ी में क्यूँ स्वीकार है?

बार बार हर बात पर, 
ये सबको क्यूँ समझाते हैं |
पता है ताने देते हैं, 
और उसको प्यार बताते हैं |
कुछ तो लोग कहेंगे, 
लोगों को तुम कहने दो |
जिंदगी तुम्हारी नदिया है, 
इसे अपने ढंग से बहने दो |

सरकार भी बदनाम है, 
जनता भी कुछ कम नहीं |
आवाज भी तब उठाएंगे, 
जब पीड़ित में रहेगा दम नहीं |

जब पद्मावत आयी थी, 
आवाज खूब उठाई थी, 
उस नारी पर आंच ना आए, 
लोगों की पूरी तैयारी थी |

अतीत को बचाएंगे, 
वर्तमान का जिक्र नहीं |
आज की नारी भी सुरक्षित हो, 
इस बात की कोई फिक्र नहीं |

काश एसा भी एक कथन हो, 
विचार मिलें और संगठन हो |
एक दूसरे को ऊँच नीच का, 
पाठ ये प़डाएंगे |
बदलाव की बातें व्यर्थ हैं, 
बुराईयों में दिमाग लगाएंगे |
कुछ तो लोग कहेंगे, 
लोगों को तुम कहने दो |
जिंदगी तुम्हारी नदिया है, 
इसे अपने ढंग से बहने दो |

हम भी बहुत hard हैं, 
एसे नहीं पिघलते हैं |
अपने से मतलब रखते हैं, 
अपने रास्ते पर चलते हैं |

जिंदगी में कुछ करना है, 
तो इन 4 लोगों को अनदेखा किजिये |
करिए विचारो को अपने आजाद, 
विचारों पर उनके लक्ष्मण रेखा खींचिये |

बताने को लाख बाते हैं, 
इतनी काफी हैं रहने दो |
सारी बातें हम क्यूँ करें, 
कुछ लोगों को भी कहने दो |
कुछ तो लोग कहेंगे, 
लोगों को तुम कहने दो |
जिंदगी तुम्हारी नदिया है, 
इसे अपने ढंग से बहने दो |
-Written By Milind Panwar 

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